Crime story: Semen theft

वीर्य की चोरी

किसी कीमती वस्तु की चोरी के बारे में हर किसी ने सुना होगा, पर पिछले दिनों मुबंई पुलिस ने वीर्य की चोरी के इल्जाम में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसके पास से वीर्य के 101 बोतल भी बरामद किए.

मुंबई के बोरीवली स्थित डा. अरूण पाटिल अस्पताल में सुबह-सुबह एक व्यक्ति आया. उसने डा. पाटिल को बताया, वह औरंगाबाद के डा. हयातनगरकर के यहां से आया हैं. डाक्टर साहब ने उनके लिए खास वीर्य के सैम्पल भेंजे हैं.’’

डा. पाटिल ने कहा, ‘‘मैंने वीर्य के सैम्पल नहीं बुलवाये थे, फिर उन्होंने सैम्पल क्यों भेंजे?’’

उस व्यक्ति ने डाक्टर से रिक्वैस्ट करते हुए कहां, ‘‘डाक्टर साहब को कुछ अच्छे वीर्य के सैम्पल मिले थे. इसलिए उन्होंने यह सैम्पल खास कर आपके पास भेंजवाया हैं.’’

वह व्यक्ति जिस तरह से रिक्वैस्ट कर रहा था, इससे डा. पाटिल को कुछ शक हुआ. उन्होंने वीर्य के सैम्पल लाने वाले से कहां, ‘‘मुझे मेल चेक करना है प्लीज थोड़ी देर के लिए बाहर बैठ जाओ.’’

‘‘नो प्राब्लम सर’’ कहकर वह व्यक्ति चैम्बर के बाहर आकर बैठ गया. उस व्यक्ति के बाहर जाने के बाद डाक्टर पाटिल ने डा. हयातनगरकर को फोन किया और कहा, ‘‘मैंने आपको वीर्य का सैम्पल भेंजने का आर्डर नहीं दिया था फिर आपने 101 वीर्य के सैम्पल क्यों भेंजवाया?’’

डा. पाटिल की बात सुनकर डा. हयातनगरकर को आश्चर्य हुआ. वीर्य का सैम्पल लेकर उन्होंने किसी को नहीं भेंजवाया था. तब यह कौन सैम्पल लेकर वहां पहुंच गया. मामला कुछ गड़बड़ है. उन्होंने डा.पाटिल से कहां, ‘‘मैंने तो आपके यहां वीर्य का सैम्पल भेंजा ही नहीं हैं. मुझे लगता है, मामला कुछ गड़बड़ है. आप उस व्यक्ति को बैठा कर रखें, मैं अपने लैब में फोन करके पता लगाता हूं.’’

इतना कहकर डा. हयातनगरकर ने फोन काट दिया और उन्होंने तुरंत औरंगाबाद स्थित अपने लैब में फोन किया और वीर्य के सैम्पल की संख्या के बारे में पता किया. वीर्य बैंक के मनैंजर सचिन ने सैम्पल की गिनती कर बताया कि लैब से 101 वीर्य के सैम्पल गायब हैं.

डा. हयातनगरकर ने इस बात की जानकारी डा. पाटिल को दे दी. डा. पाटिल ने तुरंत इस बात की सूचना बोरीवली पुलिस को दी. पुलिस तुरंत वहां पहुंच गई और वीर्य के सैम्पल लाने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 101 वीर्य के सैम्पल भी जब्त कर लिया.

डा. सूर्यकांत हयातनगरकर का सीमेन (वीर्य बैंक) है. इस सीमेन बैंक में एच्छिक वीर्यदाता वीर्य दान करने के लिए आते हैं. वे स्वस्थ्य हिष्टपुष्ट पुरूष के वीर्य रखना पसंद करते हैं. वीर्य का खास टेस्ट किया जाता हैं. उसके बाद ही अच्छे, स्वस्थ, पुष्ट वीर्य को बैंक में रखते थे. इसे वीर्य सैम्पल कहा जाता हैं.

वीर्य के बाटल पर नंबर देकर उसके सारे रेकार्ड कंप्युटर में फीड कर दिया जाता हैं. वीर्य के टेस्ट में बहुत सारी बातें मालूम पड़ जाती है. उन बातों को भी रेकार्ड कर लिया जाता हैं. यहां पर वीर्य को तीन माह तक सुरक्षित रखने की व्यवस्था है. इस बीच यदि इसका कोई खरीददार नहीं मिला तो इसे नष्ट कर दिया जाता है.

यह सीमेन बैंक जिनके बच्चे पैदा नहीं होते उनके लिए वरदान था. इनके पास दूर-दूर से ऐसे मरीज आते है जिन्हंे बच्चे पैदा नहीं होते है. देश के अनेक डाक्टर जो कृत्रिम गर्भाधान करते है वे भी डा. हयातनगरकर से वीर्य का सैम्पल मंगवाते हैं.

डाक्टर द्वारा उनके पास वीर्य का सैम्पल किसी व्यक्ति के हाथों भेंजवा दिया जाता था. सैम्पल मंगवाने वाला डाक्टर इसकी जांच कर वीर्य के सैम्पल का पमेंट कर देते थे. एक बाटल वीर्य सैम्पल की कीमत 450 रूपये की होती थी. इस हिसाब से 101 बाटल वीर्य सैम्पल की कीमत 45, 450 रूपये होते हैं.

मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार व्यक्ति ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने क्रायोबैंक लैबे्रटरी से यह वीर्य के सैम्पल चुराए हैं. इन सैम्पल को चुराने में उसके भाई ने मदद की हैं.

उसका भाई डा. हयातनगरकर के यहां काम करता था. वहां काम करते करते उसे वीर्य के सैम्पल बनाने और रिपोर्ट तैयार करने का आइडिया हो गया था. वह काम करने की बजाए वीर्य के सैम्पल बनाने उसके माकेर्टिंग में अधिक रूचि लेने लगा था. डा. हयातनगरकर को उस व्यक्ति का काम पसंद नहीं आया.उन्हें उसकी गतिविधिया ठीक नहीं लगी, उन्होंने कुछ दिन पहले ही उसे काम से निकाल दिया था

 

 

वहां से निकलने के बाद उस व्यक्ति ने वीर्य के सैम्पल तैयार कर बेंचने का काम शुरू करने का मन बनाया. इसके लिए उसने अपने भाई की मदद ली. उसका भाई बेरोजगार था. उसे यह काम पसंद आया.

दोनों भाई शहर के महाविद्यालय में घुम-घुम कर वहां पढ़ने वाले छात्रों से मिलते और उनसे वीर्य की मांग करते. इसके बदले में सौ पचास रूपये देने की बात करते थे. सौ-पचास रूपये पाने के चक्कर में अनेक युवा वीर्य देने के लिए तैयार हो जाते थे

 

Mumbai: किडनेपिंग असली परस्टाइल फिल्मी 1

 

इसके बाद दोनों भाई घर में बैठकर वीर्य की बिना जांच किए झूठी रिपोर्ट तैयार करते और उन्हें लेबल लगाकर वीर्य का सैम्पल बना लेते थे. वीर्य का सैम्पल घरेलू फ्रीज में ही रखते थे. एक भाई को इस बारे में जानकारी थी कि देश के किन-किन स्थानों में डा. हयातनगरकर के यहां से वीर्य के सैम्पल भेंजे जाते है. समस्या यह थी कि डा. हयातनगरकर से जितने भी सैम्पल जाते थे वे आर्डर पर ही जाते थे. ऐसे में किसी भी डाक्टर के यहंा वीर्य के सैम्पल ले जाना बड़ा ही रिस्क था.

दोनों ने बैठकर एक प्लान बनाया. उन्होंने क्रायोबैंक से वीर्य के सैम्पल चोरी कर उन सैम्पल के सहारे डाक्टर के पास पहुंचने की कोशिश की. इसमें दो फायदे थे. एक अच्छे और सही रिपोर्ट के साथ उनके बिना टेस्ट वाले बेकार वीर्य भी बिक जाये तथा किसी भी डाक्टर को यह शक नहीं होता कि इनमे नकली सैम्पल भी है

 

Indor: कविता रैना हत्याकांड-1


 

एक वीर्य के सैम्पल की कीमत उन्हें चार-पांच सौ मिल जाया करता था, जबकि इस पर उनका सौ रूपये तक खर्च आता था. दोनों भाईयों ने कई डाक्टरों को नकली सैम्पल सप्लाई कर अच्छा खासा रूपया भी कमा चुके थे, पर मुंबई में डा. पाटिल के यहां पहुंचकर गलती कर बैठे और सीधा जेल पहुंच गए.

Comments

Popular posts from this blog

खेड़ला ताल में छुपा पारस पत्थर

Bhopal का मनीष तखतानी हत्याकांड

Crime Stories Hindi | Bumper Inam | mk mazumdar