व्हाट्एप से की पहचान (कफ सीरप के बदले नकली नोट) Part-2
व्हाट्एप से की पहचान
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RBI introduces new currency
features in Rs 500 Rs , 1000 Rs notes
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भोपाल पुलिस ने नेपाल से भोपाल में नकली नोट चलाने वाले एक गिराह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया. एसीपी शैलेन्द्र सिंह चैहान के अनुसार, क्राइम ब्रांच की टीम ने नकली नोट के कारोबार से जुड़े रिजवान अहमद को गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने अपने आपको प्रापर्टी डिलर बताया था, वह बिहार के खुर्शीद आलम से नकली नोट लाता था. पुलिस के अनुसार पिछले कुछ सालों में रिजवान ने प्रदेश के विभिन्न शहरों में 5 लाख से ज्यादा नकली नोट खपा चुका है.
पुलिस ने रिजवान के जरिए खुर्शीद से सम्पर्क किया और उससे नकली नोट खरीदने की बात की. वह 45 हजार में एक लाख रूपए के नकली नोट (Fake
Currency) देने को तैयार हुआ. उसे किसी पर शक न हो इसके लिए पुलिस ने उसके साथ भावताव भी किया. पुलिस ने 35 हजार में एक लाख रूपए को कहां. वह इसके लिए तैयार नहीं हुआ. यह रेट फिक्स से है. किसी भी हाल में वह रेट कम नहीं कर सकता. उसका कहना था पूरे देश में इसी रेट पर माल दिया जाता है. रेट हमारे बौस द्वारा तय किया जाता है.
व्हाट्एप से की पहचान
आखिर में पुलिस ने उसे माल लेकर भोपाल पहुंचने के लिए कहां. जैसे ही खुर्शीद नकली नोट की डिलीवरी देने भोपाल आया उसे गिरफ्तार कर लिया. वह जिस दिन भोपाल आने वाला था. उस दिन पुलिस ने भोपाल स्टेशन को छावनी बना दिया था. स्टेशन के बाहर सादी वर्दी में पुलिस तैनात थी. जैसे ही वहां बिहार से आने वाली ट्रेन रूकी पुलिस सचेत हो गई. रिजवान द्वारा बताए हुलिए वाला व्यक्ति जैसे ही उन्हें दिखाई दिया, पुलिस ने तुरंत फोटो खिंचकर व्हाट्एप पर भेंज दिया. पुलिस कस्टडी में मौजूद रिजवान ने जैसे ही ओके कहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. तलाशी लेने पर खुर्शीद के पास से 1 लाख 10 हजार के नकली नोट बरामद हुए. खुर्शीद ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि उसे नेपाल में बैठा खान साहब नकली नोटों की सप्लाई देता है. .
एसीपी शैलेन्द्र सिंह चव्हान के अनुसार क्राइम ब्रांच ने खुर्शीद के जरिए नेपाल के खान साहब से सम्पर्क किया. नोटों की क्वालिटी दिखाने के लिए भारत के बार्डर पर बुलाया. वह आने के लिए तैयार हो गया. वह खुद नहीं आया उसने अपने दो खास गुर्गे जावेद आला और गैसुल आला को नोट लेकर बार्डर पर मिलने के लिए भेंज दिया. तय स्थान पर जब दो युवक पंहुचे, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. क्राइम ब्रांच की टीम ने इस गिरोह के पास से भारतीय एक हजार रूपए के 193 नकली नोट बरामद गिए. पुलिस मुख्य सौदागर तक पहुंचने के लिए एजेंसिया की मदद ले रही है. पुलिस के अनुसार भोपाल में पिछले पांच साल में 28 लाख रूपए से ज्यादा नकली नोट पकड़े गए है.
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी ताजा आकड़ों के अनुसार वर्ष 2014 में देश भर में 3,30,54,604 ने नकली नोट (Fake
Currency) पकड़े गए. जाली नोटों में सबसे अधिक 87,47,820 नोट गुजरात से बरामद किए गए. वहीं दुसरे नंबर पर छत्तीसगढ़ रहा, जहां से 73,86,900 नोट बरामद किए गए, आंध्र प्रदेश से 54,37,600, पंजाब से 32,49,00, हरियाणा 16,96,850 नोट बरामद किए गए.
देशभर में जब्त किए गए नकली नोटों में 1,000 रूपये के नोटों की संख्यां सबसे अधिक 19,895,000 थे, 500 के 94,90,500 थे. नकली नोटों (Fake
Currency) के सौदागर अब बड़े नोटों के साथसाथ छोटे नोट भी खपाने में लगे है. इसकी वजह है छोटे नोटों पर कोई अधिक ध्यान नहीं देता. 100 रूपये के नकली नोटों की संख्या 9,38,800 तथा 50 के 25,000 नोट बरामद किए गए. एनसीआरबी के अनुसार, असली और नकली नोट के बीच फर्क काफी कम हो गया है जिसकी वजह से पहली नजर में पहचान करना मुश्किल होता है.
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