दुर्लभ सापों की Smuggling कीमत 3 करोड़
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4 फीट लंबा दो मुंहा सांप
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भोपाल में एक बार फिर दो मुंहे सांप के साथ 6 तस्करों को पकड़ा गया. इस सांप की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत करीब 3 करोड़ रुपए बताई गई है. इसके पहले भी ने 12 जनवरी को भोपाल में एक दो-मुंहे सांप के साथ पांच तस्करों को गिरफ्तार किया था.
इंडोनेशिया, चीन और अरब देशों में जानवरों से दवा बनाने का चलन काफी पुराना है. कथित तौर पर दो मुंहा सांप से सेक्स पावर बढ़ाने की दवा बनाई जाती है. इसके अलावा अंधविश्वासी लोग तंत्र-मंत्र की आड़ में भी इस सांप की बलि चढ़ा देते है. इसके चलते सांप की इस प्रजाति के अस्तित्व पर संकट पैदा हो गया है.
सांप की तस्करी का यह रैकेट मुख्य रूप से मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच ऑपरेट किया जाता है. धार-झाबुआ से तस्कर दो मुंहे सांप लेकर उन्हें उत्तरप्रदेश या हरियाणा पहुंचाते हैं. यहां से इन सांपों को जिंदा या फिर इनके शरीर के अलग-अलग हिस्से अरब देशांें को भेजे जाते हैं. इन सांपों की बिक्री वजन के हिसाब से होती है. बीते वर्शों में इन सापों की तस्करी के संबंध में पुलिस ने कई गिरोह का पर्दाफाश किया है.
नोएडा थाना सेक्टर-20 पुलिस ने दुर्लभ प्रजाति के दो मुहें सांपों के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार, अंतरराश्ट्रीय बाजार में सापों की कीमत करीब दो करोड़ रुपये है. पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान रजनीगंधा चैराहे के ंपास से सापों की तस्करी के आरोप में श्रीवस्ती नगर, लखवेड़ा (बाराबंकी) निवासी सुखवीर सिंह त्यागी, जैदपुर (बाराबंकी) निवासी नीरज और मनोज को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की इंडिका कार पर पुलिस का स्टीकर लगा हुआ था. इसके पास से दो मुंह वाले दो सापों मिले हैं. मौके पर पहुंचे वन्य निरीक्षक शशि शेखर सिंह ने इनको दुर्लभ प्रजाति का बताया है. पुलिस के मुताबिक, सुखवीर दुर्लभ प्रजाति के सांप और अन्य वन्य जीवों की तस्करी करता है. आरोपी दोनों सांपों को दिल्ली में किसी को बेचने जा रहा था. पुलिस इसके नेटवर्क का पता लगा रही है.
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पकड़े गए आरोपी
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पूछताछ के दौरान सुखवीर ने पुलिस को गुमराह किया लेकिन थाने में एक सिपाही ने इसे पहचान लिया. जांच में पता चला कि दो साल पहले गाजियाबाद की विजयनगर थाना पुलिस ने इसे दुर्लभ प्रजाति के छह कछुओं के साथ पकड़ा था लेकिन मामला जीडी में दर्ज होने के बजाय रात मे. ही खत्म कर दिया गया. कछुओं को हिंडन नदी में छोड़ दिया गया था. इसके पहले वन्य जीव तस्करी के आरोप में सुखवीर लखनऊ पुलिस के हत्थे भी चढ़ चुका है. सुखवीर के खिलाफ लखनऊ में सात मामले दर्ज है. मूल रूप से बागपत निवासी सुखवीर की बाराबंकी में ससुराल है. जहां पिछले कई सालों से रह रहा था. इसका एक ठिकाना दिल्ली में भी है लेकिन आरोपी ने इसकी जानकारी नहीं दी है.
मीडिया के सामने आने पर खुद को बेकसूर बताते हुए सुखवीर ने कहा कि वह ट्यूशन टीचर है. उसके दो बच्चे है उसकी तबियत खराब रहती है. ब्लड प्रेशर की शिकायत है. कुछ माह पहले लखनऊ की एक कोर्ट में उसकी मुलाकात गुलावटी निवासी चैधरी रामवीर से हुई थी. वह तंत्रमंत्र जानता था. रामवीर ने दो मुंह वाले सांप लेकर आने को कहा था, जिससे वह तंत्रमंत्र से ब्लड प्रेशर और उसके घर में चल रही अशांति को दूर कर देगा. पड़ोस के खाली प्लॉट से दो सांपों को पकड़ कर वह रामवीर के पास आ रहा था. आरोपी का दावा है कि बस स्टैंड पर वह इंतजार कर रहा था तभी पुलिस ने पकड़ा लिया.
दो मंुहे सांपों की अरब देशों में भारी डिमांड है. वहां पुरुषत्व विकास के लिए दवाएं तैयार की जाती है. वहीं बताया जाता है इससे एड्स की दवाएं भी बनाई जाती है. अंतरराश्ट्रीय बाजार में सांप की कीमत वजन के हिसाब से होती है. दो मुंहे सांप का उपयोग जादू टोने के लिए किया जाता है. कई तांत्रिक गृह क्लेश से लेकर अन्य परेशानियों को दूर करने के लिए इस सांप को लेकर शिव उपासना के नाम पर पूजा अर्चना करते है.
इसके जहर का उपयोग औशधि और रेव पार्टियों में नशे के तौर पर किया जाता है. नाइलोक्सीन में फार्मिल अम्ल और सिलिसिक मिलाकर गठिया के लिए दवा बनाई जाती है. इसके अलावा ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक व होम्योपैथिक जीवन रक्षक दवाएं बनाई जाती है. वहीं कावोक्सीन नाम की दवा मारफीन से ज्यादा नशा करती है. इसका उपयोग रेव पार्टियों में किया जाता है.
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4 फीट लंबा दो मुंहा सांप दिखाते हएु
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इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के नंदानगर में उस वक्त भीड़ जमा हो गई, जब करीब 4 फीट लंबा एक दोमुंहा सांप लोगों ने देखा. सांप को देखते ही यह खबर आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई. कुछ लोगों ने इस संबंध में पुलिस को जानकारी दी, तो किसी ने वन विभाग को फोन घुमा दिया. जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सांप को कब्जे में ले लिया. कुछ देर बाद पुलिस की पीसीआर वैन भी मौके पर पहुंच गई और वन विभाग की टीम को थाने लेकर चली गई. परदेशीपुरा थाने क्षेत्र के के आर मुंगरिया ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि नंदानगर क्षेत्र में कुछ लोग एक दोमुंहे सांप को पकड़ रहे है. लोगों को यह आशंका थी कि वे लोग इसकी तस्करी करने यहां लेकर आए हैं. इसी बात पर वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे, जहां दो लोग सांप को पकड़ कर ले जा रहे थे. जानकारी लेने पर उन्होंने वन विभाग के कर्मचारी होने की बात कहीं.
वन विभाग के ब्रजेश कटारिया ने बताया कि राला मंडल के रेस्क्यू से फोन आया था कि नंदानगर के मालवा मिल कंपाउंड में दोमुंहा सांप देखा गया है. इस पर में और मेरा एक साथी जांच के लिए पहुंचे थे. यहां पर मिट्टी के ढेर में करीब 4 फीट लंबे एक दोमुंहा सांप को लोगों ने घेर रखा था. उन्हें हटाकर हमने सांप को अपने कब्जे में लिया है. इस संबंध में हमने अपने अफसरों को अवगत करवा दिया है. कटारिया ने बताया कि यह सांप रेडसन बोआ प्रजाति का है. इसका उपयोग दवा बनाने में किया जाता है. साथ ही कुछ लोग धन पाने सा जादू करने के लिए भी इसका उपयोग करते है. जिसका वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.
सांप को देखने सैकड़ों लोग पहुंचे. सांप निकलने की जानकारी लगते ही सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर पहुंचे. कुछ ने दूर से ही इसे निहारा तो कोई छूने के लिए आगे बढ़े बाद में टीम ने उसे एक थैले में रख कर मुंह को रस्सी से बांध दिया.
खतरे में है यह प्रजाति इडोनेशिया, चीन और मध्यपूर्व के अरब देशों में जड़ी-बूटियो., जानवरों व अन्य प्राकृतिक साधनों से दवा बनाने का चलन काफी पुराना है. इन दवाओं में एड्स, कैंसर जैसी घातक व लाइलाज बीमारियों के साथ ही कुछ अलग तरह की दवाएं भी बनाई जाती है. इन दवाओं के बारे में कहा जाता है कि इनके सेवन से सेक्स पावर में इजाफा होता है. इसमंे मूसली, स्वर्ण भस्म, अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियों के साथ ही दोमुंहे सांप का भी उपयोग किया जाता है जिससे इन सांपों के अस्तित्व पर संकट पैदा हो गया है.
झाबुआ के आदिवासी क्षेत्र में कई बड़े तस्करों की सांठगांठ है. वे यहां के आदिवासियों से कम दामों में सांप खरीदकर उन्हें ऊंचे दामों में बेचते है. सापों की तस्करी का यह रैकेट मुख्य रूप से मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और हरियाणा के बीच ऑपरेट किया जाता है. धार-झाबुआ से तस्कर दोमुंहे सांप लेकर उन्हें उत्तरप्रदेश या हरियाणा पहुंचाते है. यहां से इन सापों को या तो जिंदा या फिर इनके शरीर के अलग-अलग हिस्से करके अरब देशो. को भेजे जाते है. इन सांपों की बिक्री वजन के हिसाब से होती है. यदि यह दो किलो से अधिक का होता है तो इसकी कीमत करोड़ों रुपए तक बाजार में मिल जाती है. बीते वर्शों में इन सांपों की तस्करी के संबंध में पुलिस ने कई गिरोह का पर्दाफाश किया है.
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पकड़े गए आरोपी
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STF के हत्थे चढ़े दोमुंहे सांप तस्कर, लाखों में है कीमत, विदेशों में होती है सप्लाई
भोपाल एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक बार फिर दो मुंहे सांप के तस्करों को गिरफ्तार किया है. युवकों के पास से एसटीएफ ने 1 दोमुंहे सांप जब्त किए हैं. अब तक एसटीएफ ने तस्करों के पास से पांच सांप जब्त किए हैं. फिलहाल टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
जानकारी के अनुसार एसटीएफ को शिकायत मिली थी कि दो संदिग्ध युवक काफी वक्त से साकेत नगर में घूम रहे हैं, जिनके पास एक बैग में कुछ संदिग्ध वस्तु नजर आ रही है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची टीम ने दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इस दौरान टीम ने उनके पास से 1 दोमुंहा सांप जब्त किया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सांप को बेचने के लिए साकेत नगर में किसी की इंतजार कर रहे थे. फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में है. (कथा पुलिस सूत्रों तथा मीडिया में छपी जानकारी पर आधारित)
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